राष्ट्रीय सुरक्षा एजंसी ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के ठिकानों और उनके नेताओं के घर पर छापेमारी के दौरान एक वकील जो केरल हाईकोर्ट में प्रैक्टिस कर रहा था, को गिरफ्तार किया।
NIA ने गुरुबार को केरल हाईकोर्ट के वकील मुहम्मद मुबारक को पीएफ़आई के 56 ठिकानों पर छापेमारी के दौरान गिरफ्तार किया और उन्हे NIA की विशेष अदालत में पेश किया और उसको फिर 13 जनवरी तक पुलिस रिमांड में भेज दिया गया है।
NIA की जांच में पाया गया की मुहम्मद मुबारक पीएफआई के हत्या दस्ते का सदस्य था और पीएफआई के अन्य सदस्यों को मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण दे रहा था। हाल के वर्षों में, PFI ने केरल में कई हत्याएं की हैं, जिसमें एडवोकेट रंजीत श्रीनिवासन की जघन्य हत्या भी शामिल है। वह एनआईए के द्वारा 14 वां पीएफ़आई का सदस्य था। उसको एनआईए द्वारा वायपिन, एर्नाकुलम जिले, केरल में गिरफ्तार किया गया था। एनआईए ने उसके घर से कई घातक हथियार भी बरामत किए है।
क्या है पीएफआई?
पीएफ़आई मतलब पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया, इस का गठन 17 फरवरी 2007 को हुआ था। इस संगठन का गठन 3 संगठन के विलय करके किया गया था। देश में स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट या सिमी पर बैन के बाद इसके विस्तार में तेज़ी आई है। और पीएफ़आई के मुताबिक वह देश के 24 राज्यों में संगठित है। इसके गठन के बाद से ही इस पर देश विरोधी कार्यकलापों में शामिल होने के आरोप लगते रहे है।