धारा 427 क्या है और इसके अंतर्गत दंड क्या है | IPC Section 427 in hindi |

IPC Section 427 in hindi: नमस्कार दोस्तो आज में आपको धारा 427 क्या है इसके बारे में विस्तार से सरल भाषा मे बताने जा रहा हु।  आमतौर पर लोग किसी व्यक्ति की संपत्ति को नुकसान देते है तो ऐसे ही लोगो के लिए धारा 427 बनाई गई है जिसमे किसी व्यक्ति की संपत्ति को हानि पहुचाने पर दंड का प्रावधान है। तो आइए जानते है धारा 427 क्या है और इसके अंतर्गत दंड का क्या प्रावधान है।

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धारा 427 के अंतर्गत अपराध क्या है?

किसी व्यक्ति की संपत्ति से उसको वंचित करना है ही अपराध नहीं है उसकी संपत्ति को हानि पहुचाना भी अपराध है क्योंकि ऐसी क्षति से उसकी उपयोगिता खत्म हो जाती है या उसमे परिवर्तन आ जाता है जो स्वामी के उद्देश्य को पूरा नहीं कर पाती इसलिए ऐसे क्षति करना भी भारतीय दंड साहिता के अंतर्गत अपराध है और ऐसे क्षति के लिए आईपीसी की धारा 426 से 440 तक दंड की व्याख्या की गयी है।

Example– प्रतीक राघव के संपत्ति को हानि पहुचाने के उद्देश्य से उसके संपत्ति को जला देता है इस प्रकार प्रतीक  धारा 427 के अंतर्गत अपराधी कहलाएगा।

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धारा 427 के अंतर्गत अपराध के लिए आवश्यक तत्व-

  • जनता को या किसी व्यक्ति को संदोष क्षति कारित करने का आशय अथवा संभाव्य ज्ञान का होना।
  • किसी संपत्ति को नष्ट करना या उसमे कोई परिवर्तन करना या उसकी परिस्थिति बदलना।
  • ऐसे नष्ट करने अथवा परिवर्तन करने से उसका प्रयोग में परिवर्तन आ जाए या कमी आ जाए तो वह इस धारा के अंतर्गत अपराध होगा।

धारा 427 के अंतर्गत अपराध के लिए दंड-

धारा 427 के अनुसार”जो कोई रिष्टि करेगा और तदद्वारा पचास रुपए या उससे अधिक रिष्टि की हानि या नुकसान कारित करेगा वह दोनों में से किसी भाति के कारावास जिसके अवधि 2 वर्ष तक की हो सकती है या जुर्माने या दोनों के लिए दंडित किया जा सकता है”।

धारा 427 के अंतर्गत अपराध में जमानत संभव है या नहीं-

 

धारा 427 के अंतर्गत आने वाले अपराध मे जमानत संभव है ।

धारा 427 के तहत अपराध क्या है            सज़ाजमानतसमझौता
किसी व्यक्ति की संपत्ति को हानि पहुचाना जिससे उसके स्वभाव या उसकी उपयोगिता में परिवर्तन आ जाता है तो वह इस धारा के अंतर्गत अपराध है।इस धारा के अंतर्गत अपराधी को 2  वर्ष तक के कारावास की सज़ा का प्रावधान है और आर्थिक दंड के जुर्माने का भी प्रावधान है।यह एक गैर-जमानतीय  प्रकार का अपराध है।इस अपराध में सामान्यता समझौता  होता है।
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समान्यतया पूछे गए प्रश्न

IPC की धारा 427 क्या है?

50 रुपये या उससे अधिक की रिष्टि की हानि करना इस धारा के अंतर्गत अपराध है।

IPC की धारा 427 में दंड क्या है?

इस धारा के अंतर्गत अपराधी को 2  वर्ष तक के कारावास की सज़ा का प्रावधान है और आर्थिक दंड के जुर्माने का भी प्रावधान है।

IPC की धारा 427 में जमानत संभव है या नहीं?

यह एक जमानतीय अपराध है।

निष्कर्ष

दोस्तो आज मैंने आपको धारा 427 क्या है इसके उपर पूरी जानकारी देने की पूरी कोशिश की है उम्मीद है आपको मेरे द्वारा दी गयी जानकारी पसंद आयी होगी आप अपने सवाल कमेंट के माध्यम से पूछ सकते है।

B.COM, M.COM, B.ED, LLB (Gold Medalist Session 2019-20) वर्तमान में वह उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में एक विधिक सलाहकार के तौर पर कार्य कर रहे हैं।

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