धारा 326B क्या है- वर्तमान समय में कई ऐसे आपराधिक कृत्य देखने को मिलते है जिनमे एक व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति के शरीर को हानिकारक अम्लीय प्रदार्थ अर्थात एसिड के प्रयोग द्वारा क्षति पहुचाने का कार्य करते है। ये कृत्य इतने घातक होते है कि वह जीवन भर के लिए स्थायी मानसिक, शारीरिक एवं सामाजिक दर्दनीय स्थिति में डाल देते है। एसिड अटैक इसी प्रकार के अपराधो में से एक है।
धारा 326B में अपराध के लिए आवश्यक तत्व-
- किसी व्यक्ति पर अम्ल फ़ैकना या फ़ैकने का प्रयत्न करना या अम्ल देना या देने का प्रयत्न करना।
- ऐसा कृत्य या प्रयत्न किसी व्यक्ति को स्थायी या आंशिक नुकसान कारित करने या उसका अंगविकार करने या जलाने या विकलांग बनाने या विदूषित करने या निश्क्त बनाने या घोर उपहति कारित करना।
- उपरोक्त कृत्य या प्रयत्न का स्वेच्छा से किया जाना।
उपरोक्त तत्वों के समावेशन के पश्चात ही अपराध इस धारा के अंतर्गत दंडित किया जाएगा। अम्ल को फ़ैकने का प्रयत्न यदि वह किसी व्यक्ति को स्थायी या आंशिक हानि पहुचाने के लिये किया जाए दंडनीय होगा।
कई बार अपराधी एसिड को किसी व्यक्ति को जलाने के लिए फ़ैकता है यह भी उपरोक्त धारा के अंतर्गत दंडनीय होगा।
यदि किसी व्यक्ति द्वारा किसी अन्य व्यक्ति को स्थायी या आंशिक नुकसान करने के आशय से एसिड दिया जाता है तो ऐसा अपराध भी इसी धारा के अंतर्गत दंडनीय होगा। एसिड को देने का प्रयत्न करना भी दंडनीय अपराध है।
धारा 326B में सज़ा क्या है? Punishment in आईपीसी Section 326B –
दोषी को 5 वर्ष से 7 वर्ष तक का कारावास और जुर्माना का प्रावधान है।
धारा 326B में जमानत कैसे मिल सकती है?
यह एक अजमानतीय आपराध है।
धारा | अपराध | दंड | प्रक्रति | जमानत | विचारण |
326B | एसिड अटैक | 5 वर्ष से 7 वर्ष तक का कारावास और जुर्माना | संज्ञेय | अजमानतीय | सत्र न्यायालय |
अंतिम शब्द- हमको उम्मीद है की आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी पसंद आई होगी आज हमने आपको धारा 326B एसिड अटैक के बारे में बताया है आगे भी हम इस प्रकार आपको IPC, CRPC और लॉं से संवन्धित जानकारी देते रहेगे अगर आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी पसंद आई हो तो कृपया इसे share करे। धन्यबाद।
धारा 326B क्या है?
किसी व्यक्ति पर अम्ल फ़ैकना या फ़ैकने का प्रयत्न करना या अम्ल देना या देने का प्रयत्न करना। ऐसा कृत्य या प्रयत्न किसी व्यक्ति को स्थायी या आंशिक नुकसान कारित करने या उसका अंगविकार करने या जलाने या विकलांग बनाने या विदूषित करने या निश्क्त बनाने या घोर उपहति कारित करना।
धारा 326B में सज़ा क्या है?
दोषी को 5 वर्ष से 7 वर्ष तक का कारावास और जुर्माना का प्रावधान है।
धारा 326B में जमानत कैसे मिल सकती है?
यह एक अजमानतीय आपराध है।