IPC 256 IN HINDI- सरकारी स्टाम्प के कूटकरण के लिए उपकरण या सामग्री कब्जे में रखना।
धारा 256 क्या है– जो कोई सरकार के द्वारा राजस्व के प्रयोजन के लिए प्रचालित किसी स्टाम्प के कटकरण के लिए उपयोग में लाए जाने के प्रयोजन से, या यह जानते हए या यह विश्वास करने का कारण रखते हुए कि वह ऐसे कूटकरण के लिए उपयोग में लाए जाने के लिए आशयित है, कोई उपकरण या सामग्री अपने कब्जे में रखेगा, वह दोनों में से किसी भांति के कारावास से, जिसकी अवधि सात वर्ष तक की हो सकेगी, दंडित किया जाएगा और जुर्माने से भी दंडनीय होगा।
IPC 256 EXPLANATION IN HINDI (आईपीसी 256 क्या है?)
ipc 256 के अनुसार “अगर कोई व्यक्ति सरकारी स्टांप को नकली बनाने या गलत उद्देश्य को ध्यान में रखकर कोई सरकारी उपकरण को कब्जा करता है तो वह धारा 256 के अंतर्गत दोषी होता है और धारा 256 के अंतर्गत उसे 7 वर्ष का कारावास और जुर्माने की सज़ा दी जा सकती है।
धारा | अपराध | दंड | प्रक्रति | जमानत | विचारण |
256 | सरकारी स्टाम्प के कूटकरण के लिए उपकरण या सामग्री कब्जे में रखना। | 7 वर्ष का कारावास और जुर्माना | संज्ञेय | अजमानतीय | प्रथम वर्ग मजिस्ट्रेट |
धारा 256 में सज़ा क्या है? Punishment in IPC Section 256 –
इस धारा के अंतर्गत अपराधी को 7 वर्ष का कारावास और जुर्माना से दंडित किया जा सकता है।
धारा 256 में जमानत कैसे मिल सकती है?
धारा 256 में किया गया अपराध संज्ञेय प्रवृत्ति का गैर-जमानतीय अपराध है और इस धारा के अंतर्गत अपराध में जमानत मिलना मुश्किल होता है।
अंतिम शब्द- हमको उम्मीद है की आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी पसंद आई होगी आज हमने आपको धारा 256 सरकारी स्टाम्प के कूटकरण के लिए उपकरण या सामग्री कब्जे में रखना। के बारे में बताया है आगे भी हम इस प्रकार आपको IPC, CRPC और लॉं से संवन्धित जानकारी देते रहेगे अगर आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी पसंद आई हो तो कृपया इसे share करे। धन्यबाद।
IPC 256 क्या है?
अगर कोई व्यक्ति सरकारी स्टांप को नकली बनाने या गलत उद्देश्य को ध्यान में रखकर कोई सरकारी उपकरण को कब्जा करता है तो वह धारा 256 के अंतर्गत दोषी होता है और धारा 256 के अंतर्गत उसे 7 वर्ष का कारावास और जुर्माने की सज़ा दी जा सकती है।
धारा 256 में जमानत कैसे मिल सकती है?
इस धारा के अंतर्गत अपराध में जमानत मिलना मुश्किल होता है।
धारा 256 में किया गया अपराध किस प्रक्रति का अपराध है?
धारा 256 में किया गया अपराध संज्ञेय प्रकृति का अपराध है।
धारा 256 में सज़ा क्या है?
इस धारा के अंतर्गत अपराधी को 7 वर्ष का कारावास और जुर्माना से दंडित किया जा सकता है।