120B IPC IN HINDI (आपराधिक षड्यंत्र)-
120B IPC IN HINDI- समाज में शांति तभी रह सकती है जब कोई अपराध न हो। अपराध न होने के लिए आवश्यक है की लोग अपराध करने की योजना न बनाए। लेकिन कुछ व्यक्ति दूषित मनोभाव के कारण ऐसे कार्य करते है जो कानून की दृष्टि में अवैध हो अथवा जो ऐसे साधनों के द्वारा किए जाते है जो अवैध होते है लेकिन भारतीय दंड साहिता केबल ऐसे अपराध किए जाने पर ही नहीं वरन इन अपराधो की योजना बनाने को भी अपराध मानती है जानते है (आपराधिक षड्यंत्र) 120B IPC के बारे में-
धारा 120a (आपराधिक षड्यंत्र)-
जब दो या दो से अधिक व्यक्ति कोई अवैध कार्य या कोई वैध कार्य लेकिन उस कार्य को अंजाम अवैध साधनों से दिया जाए को करने के लिए सहमत हो या किसी व्यक्ति या व्यक्तियों से करवाने को सहमत हो तब यह कहा जाएगा कि वे व्यक्ति आपराधिक षड्यंत्र कर रहे है।
लेकिन कोई सहमति तब तक सिर्फ षड्यंत्र न होगी जब तक उस सहमति देने वाले एक या एक से अधिक पक्षकारों ने उस षड्यंत्र के आशय से संवन्धित कोई कार्य किया न हो।
IPC SECTION 323 IN HINDI
120B IPC में अपराध के लिए आवश्यक तत्व-
- अभियुक्त ने किसी अन्य व्यक्ति या व्यक्तियों के साथ करार किया हो ।
- ऐसा करार की कार्य को किए जाने के लिए किया हो।
- ऐसा कार्य अवैध होना चाहिए या अगर ऐसा कार्य वैध हो तो उस कार्य को करने के साधन अवैध होने चाहिए।
IPC SECTION 313 IN HINDI
धारा IPC 120B में अपराध के लिए दंड-
IPC धारा 120B-
यदि षड्यंत्र मृत्यु आजीवन कारावास या दो वर्ष यो उससे अधिक अवधि के कठिन कारावास से दंडनीय अपराध के लिए उतना ही दंड दिया जितना उस अपराध के लिए संहिता में दिया हुआ है। तथा यदि उपरोक्त से भिन्न कोई अपराध किया जाता है तो दंड 6 माह से अधिक नहीं होगा एवं दंड के साथ जुर्माना या केवल जुर्माना भी लगाया जा सकता है।
धारा 120B में अपराध क्या है?
किसी के विरुद्ध अवैध रूप से षड्यंत्र रचना इस धारा के अंतर्गत अपराध है।
धारा 120B में सज़ा का क्या प्रावधान है?
अगर षड्यंत्र किसी की मृत्य को लेकर हो तो उसी धारा के अंतर्गत कार्यवाही होगी जिस धारा में यह अपराध है और उपरोक्त से भिन्न कोई अपराध है तो तो दंड 6 माह से अधिक नहीं होगा एवं दंड के साथ जुर्माना या केवल जुर्माना भी लगाया जा सकता है।
अंतिम शब्द-
मुझे उम्मीद है है कि आपको मेरे द्वारा दी गयी जानकारी पसंद आयी होगी आज मेंने आपको 120B IPC के बारे में विस्तार से बताया है अगर आप किसी अन्य धारा के बारे में समझना या जानना चाहते है तो आप कमेंट करके बता सकते है धन्यबाद।